Encryption meaning in Hindi – एन्क्रिप्शन क्या है जानिए हिंदी में

Encryption meaning in Hindi: मित्रों हमारे इस दुनिया मे इतने रहस्य है जिनको समझना और उन्हें प्राप्त करना भी अत्यंत कठिन है, हालांकि आजके समय मे मनुष्य कुछ राहषयों से पर्दा उठा चुके और अनगिनत तकनीक उत्पन्न हुए है, ऐसे ऐसे तकनीकी ज्ञान और कोसल उपलब्ध हुए है जिनको समझना एक साधारण ब्यक्ति केलिए असंभव है।

इसलिए हमने यह वेबसाइट को बनाया है जहां पर आपको अलग अलग जानकारी जेसे 9xmovie, Affiliate marketing, इत्यादि मिलती रहती है, यदि आपके मन मे भी यह प्रश्न है कि Encryption kya hai तो आजके यह लेख आपके लिए ही है।

ईश लेख में हम सभी जानकारी को साझा करने का प्रयाश करेंगे और हम यह आशा भी करते है कि यह आपको बेहद पसंद भी आने वाला है। तो चलिए बिना समय ब्यतीत किए लेख में आगे बढ़ते है।

Encryption meaning in Hindi

यदि आप एक इंटरनेट उपयोगिता है तो अवश्य ही आपने कई वेबसाइट का उपयोग किया होगा, कुछ ऑनलाइन पैसे भेजने के तरीकों को भी अपनाए होंगे, या अपना बैंक खाते में जमा राशि को देखने केलोए किसी ऑनलाइन एप्लीकेशन का भी उपयोग करते होंगे।

Encryption meaning in Hindi
Encryption meaning in Hindi

परंतु क्या आपको पता है कि यह सब कार्य कैसे करते है, क्यों आपके बैंक लेते का धन राशि कोई और ब्यक्ति नही ले जा सकता, क्यों आपका जानकारी कोई और चुरा नही सकता।

क्योंकि इंटरनेट तो सबका है और एक ही नेटवर्क को अनेक लोग उपयोग करते है तो फिर आपका जानकारी अन्य ब्यक्ति तक क्यों नही पहुँच पता।

हमे पता है कि आपने मन मे यह प्रश्न कभी आया ही नही होगा, किन्तु यह सभी कार्य सुरक्षित रेहे पाते है केवल Encryption के माध्यम से, यदि किसी महल में सुरक्षित द्वार नही रहेगा तो वो द्वार को तोड़ना अति सरल हो जाता है।

और इंटरनेट पर कोई ब्यक्तिगत द्वार तो नही बनाया जा सकता यह सब जगह बिद्यमान है, इंटरनेट को हर कोई उपयोग कर सकता है, इसलिए ऑनलाइन में ही जानकारी छुरी होने के सबसे अधिक संभावना होता है।

और इसलिए लिए encryption को बनाया गया है जो एक ऑनलाइन सुरक्षित द्वार और उसकी चाबी है, यह एक ऐसा तरीका है जिसके माध्यम से किसी भी जानकारी को एक सीक्रेट कोड में बड़ा जाता है ताकि उसके बारे में किसी को ज्ञात न हो सके। और कुछ स्थान पर इसे केवल निजी जानकारी को छुपाने केलिए उपयोग किआ जाता है।

Encryption meaning in Hindi के माध्यम से बदला गेया जानकारी को कोई भी साधारण ब्यक्ति और कोई कंप्यूटर समझ नही सकेगा और इससे जिश जानकारी को गुप्त रहा गया है वो गुप्त ही रहेगा, इसीलिए आजके समय में ऑनलाइन में जितने भी कार्य किआ जा रहा है वहां पर Encryption तरीका का उपयोग सबसे अधिक किआ जाता है.

टेक्निकल भाषा में Encryption को Ciphertext कहा जाता है, और Unencrypted data मतलब बिना सुरक्षित जानकारी को Plaintext कहा जाता है। इसलिए यदि साधारण भाषा में समझें तो Encryption एक ऐसा प्रक्रिया है जिससे असुरक्षित जानकारी को सुरक्षित जानकारी में बदला जाता है.

Encryption कहाँ उपयोग किआ जाता है?

Encryption meaning in Hindi
Encryption meaning in Hindi

यूँ तो इसका कोई सिमित उपयोग नही है, ऑनलाइन में स्थित हर वो सामग्री जो सुरक्षित होता है वहां पर इसका उपयोग किआ जाता है, परन्तु कुछ ऐसे भी खास अवसर है जहाँ पर Encryption का उपयोग करना अनिवार्य हो जाता है, अन्यथा समाश्या आसक्त है.

तो चलिए आपको हम बताते है की Encryption का उपयोग खासतोर पर कहाँ होता है, सबसे पहेले इसे Website में उपयोग किआ जाता है, यदि आप फेसबुक या ट्वीटर, या इन्स्ताग्राम जेसे सोशल मंच का उपयोग कर रहे है तो आपको वहां पर Encryption data देखने को मिलेगा, चाहे वो App हो या Website यदि वो सुरक्षित है तो वहां पर Encryption का उपयोग होना स्वभाबिक है, और यदि आप एक वेब डेवलपर है तो यह बात आपको पता ही होगा की वेबसाइट बनाने केलिए SSL का जरुरत होती है, और येही SSL ही Encryption है.

इसके अतिरिक्त जब आप ATM से भी पैसे निकालते है वहां भी SSL यानी एन्क्रिप्शन4 का उपयोग किया जाता है ताकि आपके बैंक खाते की जानकारी कोई और ब्यक्ति को पता लगने न पाए। और आपका कहते में जमा पूंजी सुरक्षित रहे, और तो और जब आप किसी ऑनलाइन एप्लिकेशन के द्वारा भी लेन-देन करते है वहां पर भी Encryption का ही उपयोग किया जाता है।

Email भी एक तरीके से Encryption से सुरक्षित होता है ताकि किसी और को इसका पता न लग पाए, यदि ऐसा न हुआ तो करोड़ों अरबों धन चुरलिया जा सकता है, बैंक खाते में या अन्य मंच जैसे एडसेंस3 में लाखों रुपए आदान प्रदान किया जाता है, और यह आपके Email द्वारा ही संभव है, इसलिए email को भी एन्क्रिप्शन द्वारा सुरक्षित किआ जाता है।

इसके अतिरिक्त कुछ बड़े फ़ाइल managing मंच जैसे ड्रॉपबॉक्स, गूगल ड्राइव, मेगा स्टोरेज इत्यादि में भी Encryption का ही उपयोग किया जाता है, ताकि आपके द्वारा भेजे गए सामग्री को कोई और न देख सके।

Encryption के कार्य प्रणाली?

किसी भी जानकारी को एन्क्रिप्ट करने केलिए यानी के सुरक्षित करने केलिए अलग अलग प्रकार के अल्गोरिथम का उपयोग करके उसको ऐसे बिभाजित किआ जाता है कि वो जानकारी किसी एक जगह पर स्थित नही होता।

अलग अलग जगह से अल्गोरिथम मिलकर एक जानकारी को पूरा करते है और यही है Data encryption। और यह अलग अलग प्रकार के भी होते है हर प्रकार अलग तरीके से कार्य करता है।

Encryption के प्रकार

यह मुख्यतः दो प्रकार का होता है एक है Symmetric Encryption और दूसरा है Asymmetric Encryption, तो चलिए अब हम आपको बताते है इन दोनों के बारे में, जिससे समझने में और सरलता होगा।

Encryption meaning in Hindi

Symmetric Encryption क्या है?

Symmetric encryption में डाटा एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन दोनों के लिए केवल एक ही key का उपयोग किया जाता है। इस method में जिस key के जरिये एन्क्रिप्शन किया जाता है उसी key से ही decryption भी किया जाता है। इसका मतलब ये की sender को अपने key की जानकारी भी receiver को share करनी पड़ती है। और यह सब बिना जानकारी के होता है।

Symmetric encryption की समश्या

इस योजना में सबसे बड़ी कमजोरी यही है की भेजने वाले और प्राप्त करने एले के बीच key की जानकारी भी साझा होती है।

और ऐसे में यदि कोई गलत ब्यक्ति इस चाबी को पता लगा लेता है तो वह जानकारी को पढ़ तो सकता ही है, और वो सही चाबी का उपयोग करके प्राप्त करने वाले या भेजने वाले को नई जानकारी भी दे सकता है।

और ऐसे में यदि आपने कुछ ऐसा जानकारी साझा किया हुआ है तो यह जन्मरी को बदल जा सकता है।

Asymmetric Encryption क्या है?

Asymmetric encryption को सार्वजनिक कुंजी एन्क्रिप्शन भी कहते हैं। इसमें एक नही बल्कि दो अलग-अलग keys का उपयोग होता है। एक key को public key कहा जाता है जो की encryption के लिए उपयोग होता है और दुसरे key को private key कहा जाता है जिससे Decryption किया जाता है।

ये Keys अलग-अलग तो होते हैं लेकिन गणितीय एक दुसरे से संबद्ध होते हैं। यहाँ पर Sender और Receiver दोनों के पास अपने-अपने public और private keys होता हैं।

उदाहरण के लिए यदि राम कोई encrypted message मोहन को भेजना चाहता है तो सबसे पहले राम मोहन के public key का उपयोग करके मेसेज को एन्क्रिप्ट करेगा और उसे भेज देगा। मेसेज मिलने पर मोहन अपने private key से उसे decrypt कर लेगा।

इसी कारण से ही कई सारे प्रोटोकॉल जैसे: HTTPSFTPS आदि में asymmetric cryptography का उपयोग किआ जाता है।

आज हमने क्या सीखा:

आज हमने सिखा की Encryption क्मेंया होता है और इसके कार्य प्रणाली क्या है, Encryption कितने प्रकार का होता है इत्यादि के बारे में बिसतार से जाना, और में यह आशा करता हूँ कि आपको यह जानकारी पसंद आई होगी यदि आपको लगता है कि हमने कोई गलत जानकारी साझा किया है तो आप हमें कमेंट करके बता सकते है, और यदि यह लेख आपलो पसंद आया है रो इसे अपने मित्रों के साथ साझा जरूर करें।

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