Glasgow Coma Scale एक उपकरण है जिसका उपयोग स्वास्थ्य सेवा प्रदाता चेतना में कमी को मापने के लिए करते हैं। पैमाने के प्रत्येक अनुभाग के स्कोर तंत्रिका तंत्र के कार्य में व्यवधानों का वर्णन करने के लिए उपयोगी होते हैं और प्रदाताओं को परिवर्तनों को ट्रैक करने में भी मदद करते हैं। यह कोमा और चेतना में कमी को मापने के लिए सबसे व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला उपकरण है।
Glasgow Coma Scale क्या है?
Glasgow Coma Scale (G.C.S.) एक ऐसा यन्त्र है जिसका इस्तेमाल चटना में कमी को मापने केलिए किआ जाता है, यह एक “स्कोर” करने या मापने की आधुनिक प्रणाली है जिससे यह पता चलता है की आप कितने सचेत हैं।
इस आधुनिक प्रणाली से पता चलता है की आपकी जागरूकता का स्तर और आप बुनियादी निर्देशों पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं को मापा जाता है, जिसे यह यंत्र क्रमांकित अंक से निर्देश देते हैं।
स्कॉटलैंड में Glasgow विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों ने 1974 में इस यन्त्र का अबिस्कार किआ था इसलिए इसका नाम (Glasgow Coma Scale)है, और इसका उपयोग आज चिकित्सा में बहुत व्यापक परिमाण में होता है।
चेतना क्या है?
यदि बात करें चेतना के बारे में तो यह हर व्यक्ति या जिव में होता है, और येही चेतना ही एक व्यक्ति को उत्तम बनता है, इंसान को पशु से अलग करता है, क्योंकि पशुओं में चेतना का स्तर सिमित होता है या आप ऐसा भी समझ सकते है की पशुओं में चेतना केवल एक कार्य करने केलिए निश्चित किआ गया होता है.
यदि आपका चेतना का स्तर ऊँचा है तो आप जीवन में अधिक सफलता हाशिल कर सकते है, असल में मनुष्य का चेतना ही उसे मुक्ति की राह पर ले जा सकता है जो हर जिव का प्रथम लक्ष्य होनी चाहिए, और यह हर जिव केलिए अनिवार्य भी है.
आधुनिक चिकित्सीय संदर्भ में, चेतना की तीन आवश्यकताएँ हैं। जो सचेत रहने के लिए आपको होना होगा:
- जागना: इस भाग में आवाज और स्पर्श शामिल है, इसमें देखा जाता है की आपमें आवाज या स्पर्श करने के कारण जागने की क्षमता कितना है। येही आपको कोमा में केवल सोते रहने से अलग बनाती है।
- चेतावनी: इसमें देखा जाता है की आपके साथ जो लोग बात करते है उनके साथ आप कितने संवेदनशील हैं और आप अन्य की बात कितना अछे से समझते है, यह आपके आस-पास क्या हो रहा है उसे समझने में मदद करता है।
- ओरिएंटेड: इसका मतलब है कि आप स्वयं को जानते हैं की आप कोण है आपका नाम क्या है, आज कोनसा दिन है, आपका मातृभूमि क्या है इत्यादि।
Glasgow Coma Scale का उपयोग कब किया जाता है?
साधारण तोर पर GCS का उपयोग न्यूरोलॉजिकल परीक्षा के जरुरत या एक भाग के रूप में किआ जाता हैं। और यह अन्य किसी भी स्थिति जैसे साजगता में कमी मस्तिष्क में चोट या आघात के लिए भी उपयोगी है, इसके अलावा यह पुराने या कुदरती दर्दनाक मस्तिष्क की चोटें केलिए भी उपयोगी है हैं ।
गक्स कुछ अन्य स्थितियों में भी काम कर सकता है जिसमे चोटें शामिल नहीं हैं, जैसे निम्न रक्त शर्करा (हाइपोग्लाइसीमिया), क्योंकि यह एक स्तर मापने वाला यँत्र है।
Glasgow Coma Scale क्या मापता है?
एक न्यूरोलॉजिकल परीक्षा आपके तंत्रिका या तंत्र के मुख्य भागों की किसी भी समस्या का पता लगाती है।
और GCS में तीन श्रेणियां हैं जो इस न्यूरोलॉजिकल परीक्षा के दौरान लागू होती हैं। जिनमे से अधिकांश मस्तिष्क की परीक्षा पर ही लागु होते है।
किन्तु कुछ परीक्षा में आपकी रीढ़ की हड्डी और मनुष्य की पूरे शरीर की नसों को भी प्रभावित कर सकते हैं जिनके बारे में हमने निचे बताया है की यह किस अवस्था में लागु हो सकते है:
- आंखों की प्रतिक्रिया: इसमें आप कितने सतर्क है आपकी देखने की शक्ति कितनी अच्छी है यह देखा जाता है।
- मोटर प्रतिक्रिया: इस भाग में शरीर की मस्तिष्क और मांसपेशियों की गति को मापा जाता है, यह देखा जाता है की आपका मस्तिष्क कितना अच्छे से उन्हें नियंत्रित कर सकता है। इसके अतिरिक्त शरीर के अन्य हिस्सों के बीच कनेक्शन को भी मापा जाता है।
- मौखिक प्रतिक्रिया: यह परीक्षण में मस्तिष्क की कुछ मुख्य क्षमताओं को माओ जाता है, देखा जाता है की आपका मस्तिष्क कितनी अच्छी तरह काम करती हैं, जिसमें सोचना, स्मृति, ध्यान अवधि और जागरूकता इत्यादि शामिल है।
Glasgow Coma Scale कैसे काम करता है?
GCS का स्कोर प्राप्त करने केलिए प्रदाता इसकी तीन श्रेणियों से स्कोर लेते हैं और फिर उन्हें एक साथ जोड़ते है। एक अच्छा स्वास्थ्य सेवा प्रदाता इन तीनों श्रेणियों में से प्रत्येक श्रेणी को कई तरीकों से जाँच करेगा और फिर अंतिम नतीजे पर पहूंचेगा।
उदहारण स्वरूप आपको वे अलग अलग प्रश्न पूछेगा, जेसे की आपका नाम क्या है, आप कोने सेहर में रहेते है, आपका घर का नंबर क्या है या आप कोनसा स्कूल में पढाई किए है इत्यादि, कुछ docter आपको सप्ताह का कौन सा दिन या तारीख है ऐसा भी प्रश्न कर सकते है, इन सभी प्रश्नों का एक ही लक्ष्य है जो है आपकी GCS का स्तर पता करना।
हलाकि GCS का सबसे अच्छा उपयोग मनुष्य की चेतना के स्तर को ट्रैक करना है। किन्तु आपके GCS स्कोर में किसी भी बदलाव की सठिक जांच करने और अंतिम नतीजा केलिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाता एक नियमित अंतराल पर न्यूरोलॉजिकल परीक्षा दोहरा सकते है।
यह सभी व्यक्ति केलिए नही हो सकता है या ऐसा भी हो सकता है की आपका GCS स्कोर एक ही परिक्ष्या में ही पता चल जाये इसलिए यह हर व्यक्ति केलिए भिन्न है, हमने कुछ श्रेणियों के लिए स्कोरिंग दिशानिर्देश के प्रकार के बारे में निचे समझाया है कृपया उन्हें पढ़ें और जानें:
आँखों की प्रतिक्रिया
इस परिक्ष्या में यह देखा जाता है की आप कितने जागृत है और आपका देखने का क्ष्य्मता कितना है, यह भी देखा जाता है की दबाव के प्रति प्रतिवर्तीत प्रतिक्रियाओं कितना है, यदि आप बेहोस है तो आप कितना सतर्क है।
कई लोगों को ऐसा लग सकता है की दबाव का मतलब कोई गंभीर चोट है, किन्तु ऐसा नही है यहां दबाव का मतलब है हल्का सा चुटकी या प्रहार जैसा कुछ। यह बहुत मामूली, क्षणिक परेशानी पैदा है जो आपके आँखों को प्रतिक्रिया करने केलिए पर्याप्त है।
नेत्र प्रतिक्रिया स्कोर | स्कोर का अर्थ |
4 | आप अपनी आँखें स्वयं और तुरंत खोल सकते हैं और उन्हें खुला भी रख सकते हैं। |
3 | आप की आखों में प्रतिक्रिया तभी देखने को मिलता है जब आपको कोई ऐसा करने को कहेता है अन्यथा आपकी आंखें बंद रहती हैं. |
2 | आपकी आंखें केवल अत्यंत दबाव महसूस होने पर ही खुलती हैं। |
1 | आपकी आंखें किसी भी कारण से नहीं खुलतीं किन्तु, आप सब कुछ समझ पा रहे है. |
मौखिक प्रतिक्रिया
एक प्रदाता आपसे ऐसे प्रश्न पूछकर इसकी जाँच करता है जो आपकी याददाश्त, सोचने की क्षमता और आपके आस-पास की दुनिया के बारे में आपकी जागरूकता का परीक्षण करते हैं। आपका प्रदाता इसका उपयोग यह देखने के लिए भी कर सकता है कि क्या आपके चेहरे और मुंह के नियंत्रण को प्रभावित करने वाली कोई मस्तिष्क या तंत्रिका समस्या है।
मौखिक प्रतिक्रिया स्कोर | स्कोर का अर्थ |
5 | आप उन्मुख हैं. आप कौन हैं, कहां हैं, दिन या वर्ष आदि के बारे में प्रश्नों का सही उत्तर दे सकते हैं। |
4 | आप भ्रमित हैं. आप प्रश्नों का उत्तर दे सकते हैं, लेकिन आपके उत्तर दर्शाते हैं कि आप पूरी तरह से नहीं जानते कि क्या हो रहा है। |
3 | आप बात कर सकते हैं और दूसरे आपके कहे शब्दों को समझ सकते हैं, लेकिन सवालों पर आपके जवाब का कोई मतलब नहीं होता। |
2 | आप बात नहीं कर सकते और केवल आवाजें या आवाजें ही निकाल सकते हैं। |
1 | आप बोल नहीं सकते या आवाज़ नहीं निकाल सकते. |
मोटर प्रतिक्रिया
यह हिस्सा आपकी नसों, रीढ़ की हड्डी और मस्तिष्क के बीच कनेक्शन से संबंधित किसी भी समस्या को प्रकट कर सकता है। यह आपके मस्तिष्क की मांसपेशियों की गति को नियंत्रित करने की क्षमता का भी परीक्षण करता है और आप कितनी अच्छी तरह निर्देशों को समझ सकते हैं और उनका पालन कर सकते हैं।
मोटर (आंदोलन) प्रतिक्रिया स्कोर | स्कोर का अर्थ |
6 | आप कैसे और कब स्थानांतरित करना है इसके निर्देशों का पालन करें। |
5 | आप जानबूझकर उस चीज़ से दूर चले जाते हैं जो आप पर दबाव डालती है। |
4 | आप केवल प्रतिबिम्ब के रूप में आप पर दबाव डालने वाली किसी चीज़ से दूर जाते हैं। |
3 | आप दबाव के जवाब में मांसपेशियों को मोड़ते हैं (अंदर की ओर खींचते हैं)। |
2 | आप दबाव के जवाब में मांसपेशियों को फैलाते हैं (बाहर की ओर खींचते हैं)। |
1 | आप दबाव के जवाब में आगे नहीं बढ़ते। |
GCS-P क्या है?
2018 में, एक परिक्ष्या किआ गया था जिसमे विशेषज्ञों की एक टीम – जिसमें GCS के मूल रचनाकारों में से भी कुछ शामिल थे उन्होंने “GCS” का एक Updated version जिसका नाम “GCS-P” है उसे प्रकाशित किया।
P का मतलब था “पुतली“, जैसे व्यक्ति का आँख की पुतली। इसमें चौथी संख्या है जिसे प्रदाता मानक जीसीएस स्कोर से घटाते हैं।
इस परिक्ष्या में कुछ विद्यार्थियों को शामिल किआ गया था जिसमे उनकी की प्रतिक्रिया महत्वपूर्ण था, और इस परिक्षण में मस्तिष्क की कार्यप्रणाली का संकेत को जांचा गया था। मापने का तरीका को 0 से 2 के बिच रखा गया, जब आपकी आखों की पुतलियाँ प्रकाश के संपर्क के प्रति प्रतिक्रिया नहीं करती हैं, तो इसका यह मतलब है की आपके मस्तिष्क को कोई गंभीर समस्या या चोट प्रभावित कर रही है।
इस मापने वाली प्रक्रिया की कुल 3 स्तर है जो 0 से 2 के बिच में है जो है:
- 2: प्रकश के संपर्क में आने के बाद कोई भी पुतली प्रतिक्रिया नहीं करती।
- 1: एक पुतली प्रकाश के संपर्क पर प्रतिक्रिया नहीं करती किन्तु दूसरी करती है।
- 0: दोनों पुतलियाँ प्रकाश के संपर्क पर तुरंत प्रातिक्रिया करती हैं।
क्या Glasgow Coma Scale का उपयोग करने वाली न्यूरोलॉजिकल परीक्षा में दर्द शामिल होता है?
यदि आधुनिक भाषा में कहें तो नहीं GCS में किसी भी प्रकार का कोई दर्द शामिल नहीं होता है, किन्तु इसके पुराने विवरणों में कुछ सजगता का परीक्षण करने के लिए “दर्द” शब्द का उपयोग किआ जाता था जो की आलसल में गलत है।
किन्तु नए दिशानिर्देश उस शब्द को “दबाव” में बदल देता हैं। और यह परिवर्तन शब्द पुराने शब्द से अधिक सटीक है क्योंकि, GCS में कोई गंभीर चोट या दर्द शामिल नहीं होता, और कोई प्रदाता वास्तव में आपके किसी भी व्यक्ति को किसी भी प्रकार का गंभीर चोट या पीड़ा पहुंचाने की कोशिश नहीं कर रहा है।
जैसा की हमने कहा है की यह केवल मस्तिष्क केलिए हल्का प्रतिक्रिया का निर्देश है की उस प्रतिक्रिया से शरीर का अंग कैसे कार्य करता है।
पहले के समय में मूल GCS Guideline भी सठिक नहीं था की एक डॉक्टर को GCS की जाँच केलिए कहां दबाव डालना चाहिए। इसके बाद GCS के प्रकाशन के कुल 1 साल बाद इसे बनाने वालों ने एक सठिक Guide प्रकाशित किआ की असल में एक प्रदाता किन बिंदुओं पर दबाव डालेगा, इसके बारे में हमने निचे बताया है कृपया उन्हें भी पढ़ें:
- नेल बेड: शारीर हाथ और पैर के नाख़ून दबाव के बिपरीत प्रतिक्रिया करते है, इसलिए docter अक्सर न्यूरोलॉजिकल परीक्षा के दौरान उनमें दबाव डालता है, इससे यह देखा जाता है की आपका शारीर में दबाव के प्रति क्या और केसा प्रतिक्रिया करता है।
- ट्रैपेज़ियस मांसपेशी: यह मांसपेशी किसी भी मनुष्य के कंधे को आपकी गर्दन और पीठ के केंद्र से जोड़ती है। इसलिए यह दबाव को फेलाने केलिए उत्तम और जाँच केलिए सठिक मांसपेशी है।
- सुप्राऑर्बिटल नॉच: यह शारीर में खोपड़ी की हड्डी में आखों के ठीक ऊपर और भौंह के ठीक नीचे एक छोटी सी नाली होती है, जिसे साइनस के रोग केलिए अक्सर जांचा जाता है, इस हिस्से पर भी दबाव डालने से शारीर में प्रतिक्रिया देखने को मिलता है, जेसे आखों से पानी गिरना या सर में दर्द सुरु होना।
चेतना का शारीर से क्या सम्बन्ध है?
चेतना एक ऐसा चीज है जो हर जिव के पास होता है किन्तु नयेह उसे पता नही होता, और मनुष्य जीवन का अर्थ है अपने चेतना को सर्वोत्तम स्तर पर ले जाना, इसकेलिए आपको नियमित योग करने की अबश्यक है, किन्तु आज के समय में लोगों के पास समय की कमी के कारण ऐसा होना मुमकिन नही है.
और येही कारण है की आज अधिकतर लोग अपने छोटे से जीवन में व्यस्त होते है और उनका जीवन काल समाप्त हो जाता है, और कई बीमारियाँ शारीर में अपना जगह बना लेते है, किन्तु यदि आप हमारी सलाह मान कर अपने शारीर की देखभाल अच्छे से करेंगे तो आपको कभी भी कोई बीमारी नही होगी और कभी GCS जेसे परिक्ष्या की भी कोई अबश्यक नही होगी.
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क्लीवलैंड क्लिनिक से एक नोट
ग्लासगो कोमा स्केल एक साधारण उपकरण है जिसे docter चेतना का स्तर या कोमा में कमी को मापने केलिए इस्तेमाल करते है। लगभग 50 साल पहले निर्माण हुआ था किन्तु यह आज भी बड़े पैमाने पर उपयोग किआ जाता है क्योंकि इसमें समय के साथ कुछ सुधार भी किआ गया है.
और उम्मीद है की आने वाले समय में इसे और भी आधुनिक बनाया जायेगा, यह उपकरण एक उपयोगी निदान उपकरण बना हुआ है। क्योंकि इसका उपयोग करने से प्रदाताओं को कम कष्ट में मस्तिष्क के कार्य में परिवर्तनों को ट्रैक करने में मदद मिलती है। इसलिए आपको भी इसके बारे में अधिक जानकरी रखनी चाहिए क्योंकि यह हमारे आधुनिक योग की एक जरुरी उपकरण है।
CONCLUSION
इस लेख में मेने GCS के बारे में कुछ जरुरी जानकारी आपके साथ साझा किआ है, और मुझे आशा है की आपको इसके बारे में सब कुछ समझ में आया होगा, यदि आपके मन में कोई प्रश्न है तो आप हमें कमेंट करके भी पूछ सकते है, हम आपके प्रश्न का जबाव 24 घंटों के अन्दर देने की प्रयाश करेंगे, और इसी तरह की Helth tips केलिए हमें Bookmark करें.